भारत कैसे भूल सकता है, इस आतंकी हमले को,
जब हमारी माया नगरी मुंबई, हो गई थी लहूलुहान।
अफरातफरी का माहौल बन गया था पूरे देश में तब,
सैकड़ों निर्दोष निहत्थे लोगों की चली गई थी जान।
भारत कैसे भूल सकता…
प्रतिरक्षा में पुलिस और सेना के जवान भी शहीद हुए थे,
साथ ही कुर्बान हुए थे हमारे कुछ विदेशी मेहमान।
चार दिनों तक आतंकियों से मुकाबला चला था जमकर,
जैसे दो देशों के बीच में, कोई युद्ध हो घमासान।
भारत कैसे भूल सकता…
आमीर अजमल कसाब नाम का आतंकी जिंदा पकड़ा,
सारे राज खोले उसने, जानकर विश्व हो गया हैरान।
सारे सबूत देने के बाद भी, हमारे पड़ोसी ने बात नहीं मानी,
आतंकवाद पर देता रहा है हमेशा, उल्टा सीधा बयान।
भारत कैसे भूल सकता…………..
पड़ोसी दुश्मन देश की औकात नहीं, सामने आने की कभी,
शुरू से ही छुप छुपकर, करता रहता है वह भारत को परेशान।
नया भारत अब मुंहतोड़ जवाब देता अपने दुश्मनों को,
हाथ खुले हुए हैं, शान से बदला लेते हैं अब हमारे जवान।
भारत कैसे भूल सकता…पाकिस्तान तेरे किये को 😢
✍️Ds घुणावत